समाजवादी पार्टी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन, 94 साल की उम्र में निधन
संभल से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन हो गया, बर्क का मंगलवार को 94 साल की उम्र में निधन हुआ हैं , आपको बता दे की बर्क कई दिनों से बीमार चल रहे थे उन्होंने मुरादाबाद के सिद्ध हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहा डॉ ने किडनी में इंफेक्शन बताया था.
उन्हें कुछ समय से शारीरिक कमजोरी और लूज मोशन की शिकायत थी जिसे लेकर ही उनको अस्पताल में भर्ती किया गया था। परिवार में बेटे के अलावा पोता और पोती है। पोता विधायक है, जबकि पोती डॉक्टर है। पोती की ही निगरानी में इलाज चल रहा था। एक से अधिक अंगों के काम न करने से उनका निधन हुआ।
कौन थे शफीकुर्रहमान बर्क ?
डा. बर्क देश से सबसे अधिक उम्र के सांसद थे। वह 1974 में बीकेडी से संभल से पहली बार विधायक बने।1985 में लोकदल, 1989 में जनता दल से विधायक रहे।1995 में सपा का दामन थामा।1996 में मुरादाबाद से सांसद चुने गए। लगातार तीन बार जीते। 2009 में संभल से बसपा से सांसद बने। 2014 में पराजित रहे। 2019 में वह सपा से जीते।
उन्होंने चौधरी चरण सिंह के साथ राजनीति की शुरुआत की थी. वह बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी रहे. उन्हें देशभर में मुस्लिमों की आवाज बुलंद करने और ईमानदार छवि होने के लिए जाना जाता था. उन्होंने समाजवादी पार्टी के गठन के समय भी मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर काम किया था.
इसके अलावा शफीकुर्रहमान बर्क 4 बार संभल सीट से विधायक चुने गए और एक बार यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे. वह साल 1974 से 1977 तक, 1977 से 1980 तक, 1985 से 1989 तक और इसके बाद 1991 तक विधायक रहे. उनके पोते ने 2022 मुरादाबाद सीट विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की. बर्क ने 2022 में अपने पोते जियाउर्रहमान बर्क को सपा से टिकट दिलाकर मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से विधायक बनाया था. पोते को कुंदरकी सीट पर जीत दिलाने के लिए शफीकुर्रहमान बर्क ने पूरी ताकत झोंक दी थी.


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