संदेशखाली मामला गंभीर है -- बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद
तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल इस वक्त राजनीतिक दलों के लिए अखाड़ा बन गया है. राज्य में दो सबसे ताकतवर राजनीतिक दलों टीएमसी और बीजेपी के बीच संदेशखाली मामले को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है.
बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद का कहना है, ''संदेशखाली मामला गंभीर है...महिलाओं के साथ खुलेआम मारपीट, अपमानजनक व्यवहार और यौन उत्पीड़न के बारे में जो बातें सामने आ रही हैं, वह हमारे समाज और लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है. ममता बनर्जी अभी भी इसका बचाव कर रही हैं. क्यों?
'' .एक पत्रकार को भी गिरफ्तार किया गया। ममता बनर्जी क्या छिपाना चाहती हैं और क्यों? अपनी राजनीतिक प्रतिष्ठा बचाने के लिए एक महिला सीएम महिलाओं के सम्मान को खतरे में डाल रही हैं। क्यों?
उनका जमीर कहां मर गया है?... पार्टियां चुप क्यों हैं ? मैंने सुना है कि सीपीआई (एम) की एक महिला नेता ने क्षेत्र का दौरा किया लेकिन सीपीआई (एम) ने इसका (घटना) विरोध नहीं किया है, इसने सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। राहुल गांधी चुप हैं..."
क्या है संदेशखाली मामला (What is Sandeshkhali case)
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली गांव का पूरा मामला प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के बाद लोगों के बीच सामने आया है.दरअसल, 5 जनवरी 2024 को ईडी के अधिकारी संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां से पूछताछ करने के लिए पहुंचे थे. लेकिन ED अधिकारियों और CRPF जवानों पर इसी दौरान भीड़ ने हमला कर दिया.


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